
सीजीएमएससी की रिएजेंट खरीदी पर अजय चंद्राकर और स्वस्थ्य मंत्री के बीच हॉट टोक
विधानसभा में शुक्रवार का दिन काफी हंगामेदार रहा। सीजीएमएससी पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के बीच हॉट टॉक हो गई।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सीजीएमएससी का मुद्दा गूंजा। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने रीएजेंट सप्लाई का मुद्दा उठाते हुए उपकरण सप्लाई की दरों को लेकर जानकारी मांगी। इस दौरान सदन में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और अजय चंद्राकर के बीच हॉट-टॉक हुआ। स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि मामले में 15 अफसरों के खिलाफ ईओडब्ल्यू को जांच का जिम्मा सौंपा है। स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि 2024-25 में 120 करोड़ रुपए का प्रावधान था, लेकिन 385 करोड़ रुपए की खरीदी कर ली गई। विभागीय जांच के बाद ईओडब्ल्यू को मामला सौंप दिया गया। जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस पर अजय चंद्राकर ने बगैर राशि के खरीदी को लेकर सवाल उठाया। साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की भी जानकारी मांगी। मंत्री ने बताया कि हमने जांच रिपोर्ट मंगाई है। 15 अफसरों के खिलाफ ईओडब्ल्यू को हमने जांच सौंपी है। इस पर अजय चंद्राकर ने पूछा क्या मोक्षित कॉर्पोरेशन ने गड़बड़ी की है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बगैर मांग के सप्लाई की। तय दर से कई गुणा अधिक कीमत पर सामानों की आपूर्ति की गई। प्रथम दृष्टया सप्लायर को जेल में डाला गया है, जांच जारी है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि मोक्षित कॉर्पोरेशन से खरीदी में तीन प्रकार की अनियमितता पाई गई। दस गुना ज्यादा दर पर आपूर्ति की गई, 700 मशीन आज तक चालू नहीं हुई है, और क्लोज की जगह ओपन मशीन की आपूर्ति की गई। श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, मांग और बजट से अधिक राशि की खरीदी की गई। मोक्षित कॉर्पोरेशन से 385 करोड़ रुपए की खरीदी की गई। विभागीय जांच करने वाले अधिकारी भी गड़बड़ी में मिले थे।